अथर्ववेद संहिता भाग-१
अथर्ववेद संहिता - भाग 1: ज्ञान और कर्म का अनुपम संगम
क्या आप भारतीय ज्ञान परंपरा के एक महत्वपूर्ण स्तंभ, अथर्ववेद के गूढ़ रहस्यों और व्यावहारिक ज्ञान से परिचित होना चाहते हैं?
क्या आप अथर्ववेद के मंत्रों की शक्ति, उसके सामाजिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व को गहराई से समझना चाहते हैं?
तो यह पुस्तक, "अथर्ववेद संहिता - भाग 1", आपके लिए एक अद्वितीय और प्रामाणिक स्रोत है। यह प्रतिष्ठित कृति अथर्ववेद के प्रथम भाग का विस्तृत और प्रामाणिक संकलन प्रस्तुत करती है, जो आपको प्राचीन भारतीय सभ्यता के ज्ञान, विज्ञान, और जीवनशैली को समझने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
अथर्ववेद, चारों वेदों में से एक, अपने विशिष्ट दृष्टिकोण और विषय-वस्तु के कारण विशेष महत्व रखता है। जहाँ अन्य वेद मुख्य रूप से देवताओं की स्तुति और यज्ञीय अनुष्ठानों पर केंद्रित हैं, वहीं अथर्ववेद जीवन के लौकिक और पारलौकिक पहलुओं को समान रूप से समेटता है। इसमें न केवल आध्यात्मिक ज्ञान और दार्शनिक चिंतन मिलता है, बल्कि आयुर्वेद, वास्तुशास्त्र, कृषि विज्ञान, और सामाजिक जीवन से जुड़े अनेक महत्वपूर्ण सूत्र भी समाहित हैं।
इस पुस्तक में आपको क्या मिलेगा?
यह पुस्तक अथर्ववेद संहिता के प्रथम भाग के मंत्रों का प्रामाणिक पाठ प्रस्तुत करती है। इन मंत्रों में आपको निम्नलिखित विषयों पर गहन अंतर्दृष्टि प्राप्त होगी:
आरोग्य एवं दीर्घायु: विभिन्न रोगों के निवारण, स्वास्थ्य की रक्षा और लम्बी आयु प्राप्त करने के लिए शक्तिशाली मंत्र और प्रार्थनाएँ।
शत्रु निवारण एवं सुरक्षा: नकारात्मक शक्तियों, शत्रुओं और विपत्तियों से सुरक्षा के लिए किए जाने वाले अनुष्ठान और मंत्र।
समृद्धि एवं ऐश्वर्य: धन, धान्य, संपत्ति और भौतिक सुखों की प्राप्ति के लिए प्रभावशाली मंत्र।
पारिवारिक सुख एवंharmony: परिवार में एकता, प्रेम, और शांति बनाए रखने के लिए उपयोगी मंत्र और विधान।
कृषि एवं पशुधन: अच्छी फसल, पशुओं की रक्षा और कृषि संबंधी कार्यों की सफलता के लिए प्रार्थनाएँ।
सामाजिक जीवन एवं शासन: समाज की व्यवस्था, न्याय और कुशल शासन के सिद्धांतों से संबंधित सूत्र।
आध्यात्मिक ज्ञान एवं मोक्ष: आत्मा, परमात्मा और जीवन के परम लक्ष्य से जुड़े गूढ़ रहस्य और दार्शनिक चिंतन।
यह पुस्तक किसके लिए है?
यह पुस्तक उन सभी जिज्ञासु पाठकों के लिए अत्यंत उपयोगी है जो:
अथर्ववेद के मूल पाठ को पढ़ना और समझना चाहते हैं।
प्राचीन भारतीय ज्ञान परंपरा और संस्कृति के बारे में अधिक जानना चाहते हैं।
आयुर्वेद, वास्तुशास्त्र और अन्य पारंपरिक विज्ञानों के मूल सिद्धांतों को समझना चाहते हैं।
अपने जीवन की समस्याओं के समाधान के लिए वैदिक ज्ञान का उपयोग करना चाहते हैं।
शोधकर्ता, विद्यार्थी और आध्यात्मिक साधक जो अथर्ववेद का गहन अध्ययन करना चाहते हैं।
इस पुस्तक की विशेषताएं:
अथर्ववेद संहिता के प्रथम भाग का प्रामाणिक मूल पाठ।
विद्वानों द्वारा सावधानीपूर्वक संपादन और प्रस्तुति।
स्पष्ट और सुपाठ्य मुद्रण।
भारतीय ज्ञान परंपरा के एक महत्वपूर्ण ग्रंथ तक आसान पहुँच।
"अथर्ववेद संहिता - भाग 1" आपको प्राचीन ऋषियों के ज्ञान और अनुभव से सीधे जुड़ने का अवसर प्रदान करती है। यह पुस्तक न केवल ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि आज के जीवन में भी अनेक समस्याओं के समाधान और एक सार्थक जीवन जीने की प्रेरणा प्रदान करती है।
अपनी ज्ञान की यात्रा को और समृद्ध बनाएं! आज ही "अथर्ववेद संहिता - भाग 1" को अपनी संग्रह में शामिल करें।
ब्रांड: युग निर्माण योजना ट्रस्ट |
लेखक : पं श्रीराम शर्मा आचार्य |