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Markar Bhi Amar Ho Gaye Jo (Those who became immortal even after death)

🎯 पुस्तक का उद्देश्य और सारांश

यह पुस्तक न केवल प्रेरणाप्रद जीवन प्रसंगों का संग्रह है, बल्कि यह मानवीय चरित्र, बलिदान, सेवा और आत्मबल की सर्वोच्च शक्ति का अमृतपान कराती है। नाम—“मरकर भी अमर हो गये जो”—भी इसी भाव का द्योतक है; जो जीवन में अपने आदर्शों पर डटे रहे, वे देह त्यागने के बाद भी लोग उनकी स्मृति, प्रेरणा और कार्य द्वारा अमर हो जाते हैं। यह ग्रंथ उन 44 युगदृष्टा महापुरुषों की कथाएँ उजागर करता है—जिन्होंने मृत्यु को भी पराजित कर अपनी अमरत्व की ज्योति जलाई।

🌟 मुख्य विषय-वस्तु

  • चरित्र और बलिदान का प्रतिबिम्ब
    इसकी कहानियाँ दिखाती हैं कि कैसे महापुरुषों ने व्यक्तिगत सुख‑दुख और आत्मबल में संतुलन बनाए रखा।

  • सेवा और प्रेरणा
    ग्रंथ उन लोकसेवकों की कथाएँ भी पिरोता है जिन्होंने जीवन को सामाजिक एवं आध्यात्मिक परिवर्तन के लिए समर्पित कर दिया।

  • आत्मिक जागृति
    हर कथा इन महापुरुषों के जीवन मूल्यों—ऋजुता, संयम, साहस, सत्य और करुणा—से प्रेरित होती है, जो पाठक को आत्मबोध और चरित्र निर्माण की प्रेरणा देती है।

🌱 पाठ से मिलने वाले लाभ

  • जीवन की चुनौतियों को पार करने की प्रेरणा
    इन जीवन प्रसंगों से स्पष्ट होता है कि आत्मबल, दृढ़ता और नैतिक संकल्प से हर बाधा के पार पहुँचा जा सकता है।

  • नैतिक शिक्षा और चरित्र निर्माण
    प्रत्येक प्रसंग दर्शाता है कि चरित्र—व्यक्तित्व, सेवा, और सत्यनिष्ठा—किरणों के रूप में जीवन को प्रकाशित करता है।

  • नेतृत्व भावना का विकास
    इन प्रेरक कथाओं से युवा, शिक्षक, समाजसेवी और नेता—सबमें नेतृत्व-गुण और समाज-सेवा की आकांक्षा पैदा होती है।

  • आध्यात्मिक चेतना की वृद्धि
    जो व्यक्ति केवल भौतिक उपलब्धियों में उलझा है, वह इन प्रसंगों के माध्यम से अपने भीतर छिपे आध्यात्मिक तत्वों तक भी पहुंच सकता है।

👥 यह पुस्तक किनके लिए उपयोगी है

  • युवा और छात्र जो जीवन में प्रेरणा, संकल्प और चरित्र निर्माण ढूँढ़ रहे हैं

  • शिक्षक, अभिभावक एवं समाजसेवी जो नैतिक शिक्षा एवं चरित्र प्रेरणा चाहते हैं

  • नेतृत्वकर्ता और प्रेरक वक्ता जो प्रभावशाली कथाओं के माध्यम से सुनने वालों को प्रेरित करना चाहते हैं

  • आध्यात्मिक साधक जो चरित्र, आत्मबल और समाज-उत्थान के गहन संदेश खोजते हैं

🧭 क्यों खरीदें यह पुस्तक

  • ₹150 में 390 पृष्ठों की प्रेरक सामग्री—चरित्र और सेवा के मूल्यों से परिपूर्ण

  • प्रासंगिक और प्रामाणिक कथाएँ—जिनमें अमरत्व और आत्म-बल की दिव्यता झलकती है

  • बैचैन मन के लिए विश्राम स्थापती—गहराई से जीवन-उद्देश्य की ओर प्रेरित करती है

  • चिन्तन‑प्रेरक पाठ—जो हर आयाम में परिवर्तन लाने का मार्ग दिखाती है

📚 “मरकर भी अमर हो गये जो” केवल अक्षरों की पुस्तक नहीं—यह जीवन का एक आदर्श निर्माण साधन है। जो व्यक्ति अपने और भविष्य की पीढ़ियों के चरित्र में गहराई, आदर्श व आत्मबल लाना चाहता है, उसे यह पुस्तक अपने संग्रह में अवश्य शामिल करनी चाहिए।




₹ 150.00 ₹ 150.00 Tax Excluded
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Brand: Yug Nirman Yojna Trust
Author: Pandit Sriram Sharma Acharya
Language: Hindi


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