Hamari Sanskriti Itihash Ke Kirtistambh (Pillars of our cultural history)
🏛️ पुस्तक से परिचय
“हमारी संस्कृति – इतिहास के कीर्ति स्तंभ” एक ऐसी संपूर्ण रचना है जो इतिहास के महान् स्तंभों—अर्थात कीर्ति स्तंभों—के माध्यम से भारतीय संस्कृति, गौरव, और मूल्यों का यथार्थ बयान देती है। इस पुस्तक में वृहद अवलोकन है कि कैसे अशोक, समुद्रगुप्त, राणा कुंभा जैसे विभूतियों ने अभिलेखों और स्मारकों के जरिए अपने आदर्शों और सिद्धियों को कलाओं और भावनाओं की भाषा में एंकर किया।
🔍 मुख्य विषय और संरचना
1. कीर्ति स्तंभ क्या हैं?
कीर्ति स्तंभ—‘किर्तिस्तम्भ’—भारत में स्थापत्य एवं ऐतिहासिक स्मृतियों से जुड़े स्तंभ होते हैं, जिन पर राजाओं और आनन्दप्रद घटनाओं की प्रशस्तियाँ अंकित होतीं थीं। जैसे चित्तौड़गढ़ का राणा कुंभा स्तंभ, समुद्रगुप्त का स्तंभ, चोल वंश के विजय स्तंभ, आदि ।
2. प्रथम चित्रपट – प्रेरणादायक प्रेरणाएँ
पुस्तक को प्रथम भाग में आरंभ किया गया है—महाकाव्यात्मक साहस, राष्ट्रीय गौरव और आध्यात्मिक दृष्टि से प्रेरित वे व्यक्ति जिन्होंने ये स्तंभ बनाकर इतिहास को संदेश के रूप में अमर बनाया।
3. प्रशस्तियों के इतिहास और संदेश
– समुद्रगुप्त का प्रसिद्ध प्रशस्ति स्तंभ, जिसमें उनके साहस, पराक्रम और विजय स्वर्णिम वर्णन मिलता है ।
– राणा कुंभा का विजय स्तंभ चित्तौड़ में, उनकी बहादुरी, आध्यात्म और कृति का प्रमाण है
– दिल्ली में स्थित लौह स्तंभ, संभवतः चंद्रगुप्त विक्रमादित्य से जुड़ा, जिसकी मजबूत शैली और अटलता अविस्मरणीय है
4. वंशों, आदर्शों और मान्यताओं का प्रतिनिधित्व
इस पुस्तक में बताया गया है कि कीर्ति स्तंभ मात्र स्थापत्य नहीं—बल्कि तीव्र मानवीय भाव और उत्साह का प्रतीक हैं। राजाओं और ऋषियों ने इन्हें समाज को प्रेरित करने और मानवीय आदर्श प्रदर्शित करने के लिए बनवाया ।
🎯 पाठकीय लाभ
ऐतिहासिक आत्म-गौरव
ये पाठक को देश के गौरवशाली इतिहास से परिचित कराते हैं—जिसमें भारत ने स्थापत्य, अधिकार, एवं मानवीय मूल्यों में अभूतपूर्व योगदान दिया।संस्कृति और महात्मा की प्रेरणा
कीर्ति स्तंभ, उन व्यक्तियों का इतिहास चमकाकर जनता को प्रेरित करते हैं—जिससे युवाओं को देशहित और कर्तव्य-बोध की भावना मिलती है।भूत और वर्तमान का सेतु
प्राचीन अभिलेख और आधुनिक प्रवचन को समन्वित करके, पुस्तक न केवल इतिहास समझाती है, बल्कि राष्ट्र-निर्माण एवं वर्तमान चुनौतियों का मूल्यांकन भी कराती है।
👤 कौन इसे पढ़े?
इतिहास प्रेमी और शोधार्थी, भारतीय संस्कृति व शासन की दृष्टि से
शिक्षक और विद्यार्थी, जिन्हें ऐतिहासिक स्तंभों से जीवन-दर्शन समझना है
समाजसेवी, प्रबुद्ध और नेता, जो प्रेरक आदर्शों को पुननिर्माण करना चाहते हैं
गायत्री परिवार और विचार क्रांति समर्थक, जो युग-निर्माण में ऐतिहासिक मूल्यों को शामिल करना चाहते हैं
📚 “हमारी संस्कृति – इतिहास के कीर्ति स्तंभ” सिर्फ एक पुस्तक नहीं, बल्कि एक ऐतिहासिक यात्रा है—जो पाठकों के मन में गौरव, शिक्षा और संस्कारों को जागृत करता है। आज ही इसे अपने कार्ट में जोड़ें और इतिहास से सीखकर राष्ट्र निर्माण में योगदान दें!
Brand: Yug Nirman Yojna Trust |
Author: Pandit Sriram Sharma Acharya |
Language: Hindi |