गायत्री साधना का गुह्य विवेचन
🧘♂️ किताब का मूल उद्देश्य
यह ग्रंथ गायत्री मंत्र‑साधना की गूढ़ता, विज्ञान और आत्मिक प्रभाव को गहराई से समझने की एक विशद साधना‑ग्रंथ है। भले ही गायत्री ब्रह्मविज्ञान का मूल मंत्र है, लेकिन इसका पूर्ण कार्य तभी प्रकट होता है जब साधना ‘ज्ञान’ (गायत्री) और ‘शक्ति’ (सावित्री/कुण्डलिनी) दोनों को संतुलित रूप से अपनाया जाए। ब्रह्मवर्चस इसे ‘गुह्य विवेचन’ के माध्यम से पढ़ाने का प्रयास करते हैं ।
🔍 मुख्य विषय-वस्तु और संरचना
1. गायत्री और सावित्री साधना का सम्मिलन
– गायत्री साधना को केवल ज्ञानबिंदु (धियः, धीमहि) तक सीमित न रखते हुए, इसमें सावित्री (शक्ति जागरण/कुण्डलिनी) की पूरक प्रक्रिया भी शामिल की जाती है। इसे ज्ञान और कर्म का संयोग बताया गया है—जैसे कृष्ण और अर्जुन का मिलन था ।
2. चेतना और चेतन शक्ति का उत्थान
– गायत्री साधना से साधक की आंतरिक चेतना प्रदीप्त होती है, जिससे विवेक, आत्मबल और मानसिक संयम का विकास होता है। यह केवल आध्यात्म नहीं, बल्कि जीवन को सुसंगठित और समाधान-प्रधान बनाती है ।
3. वैज्ञानिक और आत्मानुभूति का समन्वय
– मात्र वाक्यार्थ पर नहीं, बल्कि साधना‑पद्धति और परिणामों का मिश्रण होता है। अर्थात्, मानसिक शुद्धि, रोग‑प्रतिरोधक क्षमता और मनुष्य की सर्वांगीण उन्नति का मार्ग स्पष्ट होता है ।
4. चौबीस अक्षरों की शक्ति संरचना
– गायत्री मंत्र के 24 अक्षर प्रत्येक में एक विशिष्ट शक्ति है। यह गूढ़ विवेचन के अंश में समझाया गया है कि ये अक्षर कैसे ज्ञान, शक्ति और चेतना को संवर्धित करते हैं ।
5. पंचकोशी साधना और कुण्डलिनी विज्ञान
– गायत्री साधना को पांच कोषों—भूत, प्राण, मन, बुद्धि, चित्त—में व्यवस्थित रूप से समझाया गया है। साथ ही कुण्डलिनी जागरण साधना को भी व्यवहारिक रूप दिया गया है—जिससे शरीर, मन, और आत्मा का संतुलन बनता है।
🌿 पढ़ने से मिलेंगे ये लाभ
आत्मिक जागरण: गुह्य साधना से मानसिक स्थिरता, शुद्धि और आध्यात्मिक उन्नति संभव है।
चेतना‑बृद्धि: विवेक, अनुशासन और सृजनात्मक सूझ-बूझ में वृद्धि होती है।
शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार: नियमित साधना से रोग-प्रतिरोधक क्षमता, ऊर्जा और जीवनशक्ति बढ़ती है ।
पूर्ण साधना‑मार्ग: ज्ञान (गायत्री) और शक्ति (सावित्री/कुण्डलिनी) दोनों का संतुलन साधना के परिणाम को स्थायित्व देता है।
👤 यह पुस्तक किनके लिए उपयुक्त?
गायत्री साधक एवं आध्यात्मिक चिंतक, जो मंत्र विज्ञान में गहराई चाहते हैं
विज्ञान और ध्यान‑विचार में रुचि रखने वाले युवा
धार्मिक और शिक्षण संस्थान, जो साधना‑मार्ग पर संसाधन तलाश रहे हों
गायत्री परिवार और विचारक्रांति समर्थक, जो साधना‑पद्धति में सुधार और गहराई का अनुभव करना चाहते हैं
📚 “गायत्री साधना का गुह्य विवेचन”– यह पुस्तक साधना को एक परिपूर्ण विज्ञान के रूप में प्रस्तुत करती है, जो केवल मंत्रतो पाठन नहीं, बल्कि संचित चेतना का सक्रिय जागरण है। यदि आप गायत्री मंत्र को जीवन-दर्शन के रूप में आत्मसात करना चाहते हैं, तो यह इकलौती गाइड है—आज ही इसे अपने कार्ट में जोड़ें!
ब्रांड: युग निर्माण योजना ट्रस्ट |
लेखक : पं श्रीराम शर्मा आचार्य |
भाषा : Hindi |